आज हम बात कर रहे हैं एक हृदयविदारक हादसे की जिसने पूरे बांग्लादेश को झकझोर दिया है। सोमवार, 21 जुलाई 2025 को बांग्लादेश एयरफोर्स का एक F-7 BGI ट्रेनर जेट ढाका में माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज की इमारत पर क्रैश हो गया, जिससे 31 लोगों की जान चली गई और 165 से ज्यादा घायल हो गए। मरने वालों में 25 मासूम बच्चे, दो टीचर और पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहम्मद तौकीर इस्लाम शामिल हैं।
कैसे हुआ हादसा?
दोपहर 1:06 बजे कुरमितोला एयरबेस से जेट ने उड़ान भरी थी और मात्र 12 मिनट बाद 1:18 बजे वह तकनीकी खराबी के चलते स्कूल के दो मंजिला भवन पर जा गिरा। टक्कर के बाद विमान में आग लग गई और चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। हादसे में कई बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई घायल अभी भी गंभीर स्थिति में अस्पतालों में भर्ती हैं।
F-7 BGI: क्या है यह विमान?
F-7 BGI एक चीनी निर्मित जेट है, जो सोवियत मिग-21 पर आधारित है। इसे चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन ने तैयार किया था। 2011 में बांग्लादेश ने चीन से 9.36 करोड़ डॉलर में 16 जेट खरीदे थे। ये जेट मुख्यतः ट्रेनिंग और शॉर्ट-रेंज लड़ाई के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन इनकी पुरानी तकनीक पर अब सवाल उठने लगे हैं।
पायलट ने बचाने की कोशिश की
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, पायलट ने घनी आबादी वाले इलाके से जेट को दूर ले जाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें समय नहीं मिला। जानकारों का मानना है कि इस जेट की उम्र और तकनीकी रखरखाव भी इस हादसे की बड़ी वजह हो सकती है।
चीन के हथियारों पर फिर सवाल
यह इस साल का दूसरा F-7 जेट क्रैश है। पिछले महीने म्यांमार में भी ऐसा ही हादसा हुआ था। लगातार हो रहे हादसों से चीनी हथियारों की गुणवत्ता पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।
राष्ट्रव्यापी शोक और वैश्विक प्रतिक्रिया
बांग्लादेश सरकार ने 22 जुलाई को राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया। झंडे आधे झुके रहे और स्कूल-कॉलेज बंद रहे। अंतरिम प्रधानमंत्री मुहम्मद यूनुस ने हादसे पर शोक जताया और सभी पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरी संवेदना व्यक्त की और बांग्लादेश को हर तरह की मदद देने की पेशकश की।